The Single Best Strategy To Use For hanuman chalisa
[BuddhiHeena=with no intelligence; tanu=body, individual; jaanike=figuring out; sumirau=remembder; pavanakumar=son of wind god, Hanuman; Bal=toughness; Buddhi=intelligence; Bidya=know-how; dehu=give; harahu=take away, clear; kalesa=ailments; bikara=imperfections]चिन्टू सेवक द्वारा गाया हनुमान चालीसा
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥२९॥ साधु सन्त के तुम रखवारे ।
व्याख्या – श्री हनुमान जी को उनकी स्तुति में श्री लक्ष्मण–प्राणदाता भी कहा गया है। श्री सुषेण वैद्य के परामर्श के अनुसार आप द्रोणाचल पर्वत पर गये, अनेक व्यवधानों एवं कष्टों के बाद भी समय के भीतर ही संजीवनी बूटी लाकर श्री लक्ष्मण जी के प्राणों की रक्षा की। विशेष स्नेह और प्रसन्नता के कारण ही किसी को हृदय से लगाया जाता है। अंश की पूर्ण परिणति अंशी से मिलने पर ही होती है, जिसे श्री हनुमन्तलाल जी ने चरितार्थ किया।
Hanuman is an ardent devotee of Ram and one of several central figures in the renowned Hindu epic, the Ramayana
भावार्थ – श्री गुरुदेव के चरण–कमलों की धूलि से अपने मनरूपी दर्पण को निर्मल करके मैं श्री रघुवर के उस सुन्दर यश का वर्णन करता हूँ जो चारों फल (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) को प्रदान करने वाला है।
व्याख्या– ‘पिताँ दीन्ह मोहि कानन राजू‘ के अनुसार श्री रामचन्द्र जी वन के राजा हैं और मुनिवेश में हैं। वन में श्री हनुमान जी ही राम के निकटतम अनुचर हैं। इस कारण समस्त कार्यों को सुन्दर ढंग से सम्पादन करने का श्रेय उन्हीं को है।
जै जै जै श्री कुबेर भण्डारी । धन माया के तुम अधिकारी ॥ तप तेज पुंज निर्भय भय हारी ।..
“He whoever reads these verses on Hanuman, he can get spiritual attainments, Lord Shiva may be the witness to this assertion.”
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मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥२६॥ सब पर राम तपस्वी राजा ।
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तिन के काज सकल तुम साजा ॥२७॥ और मनोरथ जो कोई लावै ।
छूटहि बन्दि महा सुख होई ॥३८॥ जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।